Gujarat की सौर ऊर्जा क्रांति: Renewable Energy की दिशा में उठाए जा रहे बड़े कदम

Sep 21, 2024

अपने ग्रीन और सस्टेनेबल भविष्य की ओर बढ़ते हुए गुजरात एक ऐसा राज्य बनकर उभरा है जिसने रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। खासकर सोलर एनर्जी पर ध्यान देते हुए इस राज्य ने 2030 तक 500 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य रखा है, जो देश में रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्यों को हासिल करने में एक बड़ा योगदान है। गुजरात की व्यापक सोलर एनर्जी योजनाएं देश के बाकी हिस्सों के लिए एक मिसाल बन रही हैं। सरकारी बिल्डिंग्स और घरों पर लगे सोलर पैनल्स से लेकर बड़े-बड़े सोलर पार्क तक... गुजरात अपनी भौगोलिक स्थिति का पूरा फायदा उठाकर सोलर एनर्जी को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा है। गुजरात के पाटन जिले में 5000 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैला चरंका सोलर पार्क रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है। 600 मेगावॉट से अधिक क्षमता वाला यह पार्क, जो पहले बंजर इलाका हुआ करता था, अब यह गुजरात को सोलर एनर्जी प्रोडक्शन में लीडर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। चरंका ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का भी एक उदाहरण सेट किया है और रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं। गुजरात सिर्फ सोलर एनर्जी पर नहीं, बल्कि हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर भी फोकस कर रहा है, जिसमें विंड और सोलर एनर्जी का मिश्रण है, ताकि एनर्जी का भरोसा और एफिशिएंसी बढ़ाई जा सके। 2023 की राज्य की Integrated रिन्यूएबल एनर्जी Policy ने निवेशकों को एक स्थिर और भरोसेमंद वातावरण दिया है। साथ ही, गुजरात में जमीन आवंटन, कनेक्टिविटी की सुविधा और ऑफ-टिकर गारंटी जैसी सहूलियतें दी जा रही हैं, जिससे रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स की सुविधा बढ़ रही है।