Gujarat का प्रेरणादायक आदिवासी मॉडल: शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार में क्रांति

Oct 10, 2024

गुजरात.. विकास सप्ताह मना रहा है जो एक जश्न है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 23 वर्षों के दूरदर्शी नेतृत्व वाली विकास यात्रा का।उनके मुख्यमंत्री रहते 2007 में शुरू की गई वानबंधु कल्याण योजना गुजरात के आदिवासी समुदायों के विकास की नींव बन गई है। इस योजना के तहत रोजगार, अच्छी शिक्षा, और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। आज, राज्य का लगभग 15% बजट आदिवासी जिलों के लिए रखा गया है। इससे 89.17 लाख आदिवासियों का जीवन सुधर रहा है। गुजरात में आदिवासियों की साक्षरता दर अब 62% हो गई है और उन्हें अच्छे घर, स्वास्थ्य सेवाएं, और आय के स्थायी साधन मिल रहे हैं।आश्रम शाला जैसे स्कूलों ने आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा को आसान बनाया है। सरकार से मिलने वाली छात्रवृत्तियों के जरिए उनकी फीस, किताबें, और कपड़ों का ध्यान रखा जाता है, जिससे इन बच्चों के भविष्य में नई उम्मीदें जगी हैं।