उत्तर प्रदेश और बिहार में NMCG (राष्ट्रीय मिशन क्लीन गंगा) द्वारा 2024-25 की पहली तिमाही के दौरान संचालित परियोजनाएं

Sep 04, 2024

पवित्र नदी गंगा को स्वच्छ और संरक्षित करने की दिशा में “नमामि गंगे मिशन” अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है ताकि इसकी अविरल धारा बनी रहे। इसी कड़ी में, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में उत्तर प्रदेश और बिहार में चार प्रमुख परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा कर चालू कर दिया गया है। दोनों राज्यों में गंगा और रामगंगा नदी से सटे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रदूषण को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर परियोजनाओं को अंजाम दिया गया है। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में गंगा के संरक्षण के लिए मई 2020 में 129.08 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी। परियोजना के तहत नालों को इंटरसेप्ट और डायवर्ट किया गया, नए इंटरसेप्शन और डायवर्शन नेटवर्क बनाए गए, और बिशुंदरपुर तथा पक्का पोखरा में 8.5 MLD क्षमता वाले दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP) का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त, पक्का पोखरा में मौजूदा 14 MLD STP को उन्नत किया गया और शहर में एक नया मुख्य पंपिंग स्टेशन भी बनाया गया। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भी वर्ष 2020 में 152.83 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इसमें 21 MLD सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, और एक मुख्य पंपिंग स्टेशन का निर्माण शामिल है, जिन्हें मई 2024 में संचालित कर दिया गया है। यहां पर स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट Sequential Batch Reactor (SBR) तकनीक का उपयोग करके नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के सभी मानकों को पूरा करता है। इस परियोजना को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत पूरा किया गया, जो इसे और भी प्रभावी बनाता है।मिर्जापुर और गाजीपुर के अलावा, बरेली में भी 271.3 करोड़ रुपये की लागत से परियोजनाओं को अंजाम दिया गया, जिसमें 15 नालों की इंटरसेप्शन और डायवर्जन, 1.3 किमी नेटवर्क का विकास, और 63 MLD कुल क्षमता वाले तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STPs) का निर्माण किया गया है।इसी तरह बिहार के मुंगेर में भी मार्च 2018 में "सीवर नेटवर्क, एसटीपी और एसपीएस" परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इस परियोजना की लागत 523 करोड़ रुपये की थी, जिसके अंतर्गत 174.75 किलोमीटर का एक व्यापक सीवरेज नेटवर्क, 30 MLD का एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, और एक मुख्य पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया गया है।